पिछले कुछ दिनों से हिन्दी ब्लागिंग मे ढेर सारे संगठनों का निर्माण और पदाधिकारियों की नियुक्तियाँ/भर्तियाँ चालू हैं। जिन क्षेत्रों के संगठन बन चुके हैं उधर के ब्लागर पदाधिकारी अपनी अपनी कुर्सियों मे तेल लगा कर चमकाने मे लगे हैं। राज्यों और क्षेत्रों और देशीय सहित वैश्विक ब्लागर संगठन अस्तित्व मे आ चुके हैं। इनके अस्तित्व मे आने पर क्षेत्रवाद देशवाद और ग्रह वाद का खतरा मंडराने लगा था। कुछ एलियन ब्लागरों ने इन प्रयासों पर आपत्ति दर्ज की और धरती वालों पर पक्षपात करने का आरोप लगाया जिसके बाद समस्त ग्रही विग्रही और निग्रही ब्लागरों के गहन विचारोपरांत अखिल ब्रह्मांड ब्लागर्स संगठन अस्तित्व मे आ चुका है।
संगठन की अध्यक्षा और सुश्री शिखा वार्श्णेय जी ने समस्त ब्रह्माण्ड के जाने-अनजाने, भूले-पहचाने और अपने बेगाने सभी का हार्दिक अभिनंदन और स्वागत किया। होली को संगठन का वार्षिक पर्व घोषित करते हुए इसे समस्त ब्रह्मांड वासियों और ब्लागरों से धूम धाम से मनाने का आव्हान किया है। होली पर अलसाए, सकुचाये और मुरझाए ब्लागरों को पाँच सौ पोस्टों पर "पूरी पोस्ट पढ़ कर" टिप्पणी देने की सजा मिलेगी।
संगठन की सचिव श्री श्री 1008 श्री महामंडलेश्वरी, जगत माता, परमानंद प्रदाता, महामहिम, ब्लागरा श्री मति इन्दु पुरी जी गोस्वामी चित्तौड़गढ़ी ने संगठन को चतुर्दिक प्रचारित, प्रसारित, और अनुसरित करने के लिए अपनी "एड़ी" "चोटी" लगा देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।उदघाटन समारोह मे अपने अभिभाषण के दौरान सचिव इन्दु जी ने कहा कि हिन्दी ब्लागिन ने जिस तरह से अपना विस्तार किया है... वह दिन दूर नहीं जब यह विश्व की सीमाओं को तोड़ते हुए ब्रह्मांड के तमाम ग्रहों उपग्रहों तक संक्रामण कर जाएगी। उन्होने बताया कि हिन्दी चिट्ठाकारिता से प्रभावित होकर कई एलियन पृथ्वी पर मनुष्य के भेस मे ब्लागिंग कर रहे हैं। यहाँ तक कि ढेर सारे सुर और असुर भी मनुष्यों के वेश मे ब्लागिग के गुर सीखने के लिए ब्लाग ब्लाग विचरण कर रहे हैं। समस्या यह है कि कुछ अशरीरीयों(अनामियों बेनामियों) के कारण ब्लाग जगत लगातार हलकान होता रहा है। गूगल बाबा के दरबार मे इन भूतों की पहचाने करने के लिए आईपी ट्रैक की सुविधा प्रदान कराने पर आवाज़ उठाई जाएगी। उसके बाद इनके क्रिया कर्म तर्पण और आत्मा की शान्ति के लिए यज्ञादि की व्यवस्था भी संगठन द्वारा अपने कोश से मुफ्त मे किया जाएगा।
संगठन के प्रवक्ता जय और वीरू ने अवगत करवाया है कि बीस फरवरी तक संगठन रंग-महोत्सव मनाने जा रहा है जहां रंग और भंग के अनवरत बरसाने की पूरी तैयारी है समारोह मे सभी नामियों-अनामियों-बेनामियों-महा-अनुभावों का स्वागत बिना मोडरेशन के करने का पक्का इंतजाम किया है। उन्होने बताया कि समारोह-स्थल पर तम्बू ताने जा रहे हैं। सामियाने और छोलदारियों से लदे भैंसा बुग्गी और जुगाड़ आ जा रही हैं। पूरे ब्रह्मांड मे बीस फरवरी तक के लिए "रंग-दारी" टैक्स लागू कर दिया गया है और धारा 441 लगा दी गयी है जिसके चलते कोई भी चार पाँच लोगों से कम की संख्या मे हुडदंग नहीं मचा सकता है।
सभी कुओं, नलों की पाइपों और मे भंग घोलने के आदेश पारित कर दिये गए हैं। ठंडाई के देग के देग तैयार हो रहे हैं। समारोह के दौरान गंभीर पोस्टें लिखने वालों पर खास नज़र रखी जाएगी और उनपर ब्लॉग मार्शल का मुकदमा चलाया जाएगा साथ ही उसके ब्लागी घोषित कर दिया जाएगा ।
समारोह स्थल पर नरम मिट्टी की खुदाई कर के बड़े-बड़े चहबच्चे भी तैयार किए गए हैं.... जिन्हें स्पेशल आयातित इंजीनियरों द्वारा टेस्ट क्या जा रहा है। खबर है कि इन चहबच्चों मे ऐसे केमिकल मिलाये गए हैं जिसमे सारे अशरीरी प्रकट हो जाएँगे।
मेहमानों के लिए खाने और पीने का भरपूर इंतजाम भी किया गया है। यह तकनीकी कार्य महामहिम बी एस पाबला जी द्वारा संचालित किया जा रहा है। उनकी प्रसन्न मुख मुद्रा देख कर इस इंतजाम की विराटता का अनुमान लगाया जा सकता है।
समारोह के जीवंत प्रसारण के लिए परमादरणीय गिरीश बिल्लोरे मुकुल जी अपनी मीठी आवाज़ और शेव्ड मुखारविंद के साथ हम सब के साथ होंगे।ज्ञातव्य है कि गिरीश जी ब्रह्माण्ड के पहले आनलाइन शेवर हैं, जिन्होंने लाइव शेव बना कर इतिहास रचा था।
इस समारोह की पूरी रिपोर्टिंग दिल्ली के मशहूर हास्य निर्माता भाई राजीव तनेजा के कर कमलों द्वारा संपादित होनी है इस लिए उन्होने अपने चश्मे पर कंप्यूटर स्क्रीन पर तेल लगा कर तैयारी कर ली है। राजीव जी बांग्लादेश बांग्लादेश मे ब्लागर मिलन की तैयारियों की व्यस्तता के बीच भी समारोह मे शामिल होने की सहमति दे दी है
समारोह मे ढेरों देशी विदेशी परदेसी ब्लागर्स के सम्मिलित होने की आशा है । अन्य ग्रहों से मेहमानों को लाने के लिए उड़ंतश्तरी का भी इंतजाम है जिसका इंतजाम ब्लागजगत के अमिताभ बच्चन जी के सौजन्य से किया गया है।
समारोह मे आने वाले मेहमानों और कार्यक्रमों की सूची तैयार की जा रही है। ब्रह्माण्ड के सभी ब्लागरों का आह्वान किया जाता है कि संगठन के रंग-महोत्सव मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें। सभी मेहमानों को टिप्पणियों का गिफ्ट हैम्पर दिया जाएगा। शेष सूचना अगले दौर मे
जय हिन्दी, जय ब्लागिंग,
हा हा हा हा हा हा हा हा @hee heee hee hee hee हू हू हू हू . ठहाका. com
ReplyDelete" होली पर अलसाए, सकुचाये और मुरझाए ब्लागरों को पाँच सौ पोस्टों पर "पूरी पोस्ट पढ़ कर" टिप्पणी देने की सजा मिलेगी। "
ReplyDeleteअरे बाप रे ... भईया हम को यह सजा नहीं चाहिए ... |
जय हो, स्वागत है रंग महोत्सव का।
ReplyDeleteसचिव जी का भाषण धांसू है।
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हाहा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा ।
जय हिन्दी..जय ब्लोगर
ReplyDeleteजय हो, स्वागत है रंग महोत्सव का।
ReplyDeleteजय हो जय हो सब हिन्दी मय हो
ReplyDelete"सभी कुओं, नलों की पाइपों और मे भंग घोलने के आदेश पारित कर दिये गए हैं। ठंडाई के देग के देग तैयार हो रहे हैं।"
ReplyDeleteइस अवसर पर "अखिल ब्रह्माण्डीय महामूर्ख सम्मेलन" के आयोजन की अत्यन्त आवश्यकता है, इस बात का विशेष ध्यान रखा जावे।
शेष सूचना का बेसब्री के साथ इंतजार है!
हा हा हा ……………होली के रंगो का असर अभी से दिखने लगा है सोच रहे हैं अबकी बार अनामी, बेनामी , नेकनामी सब करके देख ही ली जाये …………अब पोस्टिंग बंद कर दी जाये आखिर और कुछ नही तो अलसाये , सकुचाये ब्लोगर का खिताब तो हमारा हो ही जायेगा …………हा हा हा…………अब आगे की रिपोर्टिंग का इंतज़ार है………॥
ReplyDeleteहर हर महादेव, लगता है बहंग भवानी अबकि बार तीन सप्ताह पहले ही अपना रंग जमा चुकी है.:)
ReplyDeleteरामराम.
नेक समय पर एक नेक काम की शुरूआत....पहली बार पता चला कि दूसरे ग्रहों के लोग भी ब्लागरों कि जमात में शामिल हो रहे हैं..उनके लिए रंग और पिचकारी तैयार रखना होगा. पूरी दुनिया में ग्लोबलाइजेशन की धूम है. क्या ऐसा नहीं लगता कि ग्लोबलाइजेशन कि जगह दुनिया का ब्लॉगलाइजेशन हो रहा है.
ReplyDelete----देवेन्द्र गौतम
पद्मसिंह जी ने बढ़िया रिपोर्टिंग की है.रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है .कृपया सहयोग बनाये रखें
ReplyDeleteगाँधी और भगत सिंह के बीच फसा हेमू
ReplyDeleteपूछता है सवाल तो
बिलबिलाते है कीड़े
संस्कृति के रहनूमाओ के मन में
और इतिहास मुह काला लिए
आ जाता है सामने
बापुवादियो की कुर्सी की चाह,भगत सिंह की आह,तिरंगे की राजनीती
आज छोड़ आया मै भी भगत सिंह के आदर्शो को
अलीगढ के बूचड़खाने में.....
जय क्रांति जय हिंद
हेमू सिंह
कांग्रेसी नेता इस बात का जी तोड़ प्रयत्न कर रहे हैं कि किसी प्रकार से सत्ताधारी परिवार (दल नही परिवार) की छवि गरीबों के हितैषी के रूप मे सामने आए, इसके लिए वो छल छद्म प्रपंच इत्यादि का सहारा लेने से भी नही चूकते। इसकी जोरदार मिसाल आपको नीचे के चित्र मे मिल जाएगी
ReplyDeletehttp://bharathindu.blogspot.com/2011/03/blog-post.html?showComment=1299158600183#c7631304491230129372
इस बार माउस से क्लिककरके रंग भरे रंगीन और हसीन गुब्बारे हसीन ब्लॉगरों पर मारने की योजना की घोषणा जल्द की जाएगी। पहले पोस्ट के भीतर से फरवरी को धकिया कर मार्च का तकिया बनवाया जाए।
ReplyDeleteस्वागत ....शुभकामनायें
ReplyDeleteवाह! पदम जी वाह!
ReplyDeleteअभी से यह हाल हॆ
न रंग हॆ न गुलाल हॆ
फिर भी कमाल हॆ
इसी का मलाल हॆ.
हैप्पी ब्लॉगिंग!
ReplyDeleteहोली का हुडदंग...अच्छी रिपोर्ट ...कार्यक्रम का बेसब्री से इंतज़ार ...खूब जमेगा रंग ...
ReplyDeleteहा हा!! जे बात....देर से आये पर आये....
ReplyDeleteवाह उस्ताद वाह....ई सब सुन के हमनी के भी बड़ मज्जा आया....एही तरह खावत-पीवत-खेलत और लिखत रहन तुहिन सब....हाँ.....हमिन कर आशीर्वचन तुहिन कर संग रहिन.....आउर होलिल कर मुबारकबाद तुहिन सब के....
ReplyDeleteवाह जनाब देर से ही सही पर हम भी इस रंग में सराबोर हो गये..
ReplyDelete
ReplyDeleteI am new in blogging
http://www.englishinbhilai.com/